Love above लव्ह शायरी
तेरे बिना टूटकर बिखर जाएँगे,
तुम मिल गये तो गुलशन की तरह खिल जाएँगे,
तुम ना मिले तो जीते जी मार जाएँगे,
तुम्हे पा लिया तो मारकर भी जी जाएँगे
तुम मिल गये तो गुलशन की तरह खिल जाएँगे,
तुम ना मिले तो जीते जी मार जाएँगे,
तुम्हे पा लिया तो मारकर भी जी जाएँगे
इश्क़ का बीमार तो बड़ा खुशनसीब है यारो,
की आशिक़ तो ये लाइलाज हे अच्छा है
की आशिक़ तो ये लाइलाज हे अच्छा है
तुम अपनी शाम की तन्हैया मुझे दे दो
बिखरती ज़ुल्फ की परछाईयाँ मुझे दे दो
मे डूब जाऊ तुम्हारे आँखो मे
तुम अपने दर्द की गहराइया मुझे दे दो
मे तुम्हे याद करू ओर तुम को ख़बर हो जाए
मोहब्बत की वो सचाइया मुझे दे दो
बिखरती ज़ुल्फ की परछाईयाँ मुझे दे दो
मे डूब जाऊ तुम्हारे आँखो मे
तुम अपने दर्द की गहराइया मुझे दे दो
मे तुम्हे याद करू ओर तुम को ख़बर हो जाए
मोहब्बत की वो सचाइया मुझे दे दो
तू अगर दिल पे मेरे, हाथ ही रख दे तो,
टूट-ती साँस भी, कुछ दर्र संभाल जाती है,
टूट-ती साँस भी, कुछ दर्र संभाल जाती है,
बेकरार दिल को करार नही आता है
मिलने का हँहे क्यूँ उनको ख़याल नही आता है
मिलने का हँहे क्यूँ उनको ख़याल नही आता है
मोहब्बत वक़्त के बे-रहम तूफान से नही डरती ,
उससे कहना, बिछड़ने से मोहब्बत तो नही मरती .
उससे कहना, बिछड़ने से मोहब्बत तो नही मरती .
पहली झलक में मैने पसंद तुमको किया,
बिन बोले तुमसे आँखों ने सब कुछ कह दिया,
दूसरी हे मुलाक़ात में तुमने मेरे दिल को छूह लिया,
फिर बिन बोले दिल की डोर को मैने तुम्हारे हवाले कर दिया,
बिन बोले तुमसे आँखों ने सब कुछ कह दिया,
दूसरी हे मुलाक़ात में तुमने मेरे दिल को छूह लिया,
फिर बिन बोले दिल की डोर को मैने तुम्हारे हवाले कर दिया,
दूरिया से फ़र्क नही पड़ता है,
बात तो दिलो की नज़दीकियो से होती है….
दिल के रिश्ते तो किस्मत से बनते है,
वरना मुलाक़ात तो जाने कितनो से होती है
बात तो दिलो की नज़दीकियो से होती है….
दिल के रिश्ते तो किस्मत से बनते है,
वरना मुलाक़ात तो जाने कितनो से होती है
हम ने हर दुख को मोहब्बत की अनायत समझा,
हम कोई तुम थे जो दुनिया से शिकायत करते.
हम कोई तुम थे जो दुनिया से शिकायत करते.
मुझे को अब तुझ से भी मोहब्बत नहीं रही,
आई ज़िंदगी तेरी भी मुझे ज़रूरत नहीं रही.
बुझ गये अब उस के इंतेज़ार के वो जलते दिए,
कहीं भी आस-पास उस की आहट नहीं रही.
आई ज़िंदगी तेरी भी मुझे ज़रूरत नहीं रही.
बुझ गये अब उस के इंतेज़ार के वो जलते दिए,
कहीं भी आस-पास उस की आहट नहीं रही.
आदत होगी दिल की इश्क़ और अदा होगी हुस्न-ए दिल की वही,
शरत के पलो मे सजी मेफ़िल का नायाब मैखाना होगा,
शरत के पलो मे सजी मेफ़िल का नायाब मैखाना होगा,
रह रह के जो गूँजे
दिल मे धड़कन के साथ
वो धीमी धीमी
प्रेम रागिनी तू
दिल मे धड़कन के साथ
वो धीमी धीमी
प्रेम रागिनी तू
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